अंडोत्सर्जन (एग रिलीज़) के बाद गर्भावस्था के शुरुआती लक्षण

अंडोत्सर्जन के बाद गर्भावस्था के शुरुआती लक्षण

गर्भावस्था की राह अक्सर उत्साह और उत्सुकता से भरी होती है। बहुत सी महिलाएँ अंडोत्सर्जन (एग रिलीज़) के कुछ दिनों बाद ही सोचना शुरू कर देती हैं कि कहीं वे गर्भवती तो नहीं हुईं। हालाँकि, हर महिला का शरीर अलग होता है, लेकिन कुछ सामान्य शुरुआती संकेत ऐसे होते हैं जो शरीर गर्भधारण की तैयारी के संकेत के रूप में दिखा सकता है। आइए समझते हैं कि अंडोत्सर्जन के बाद किन शुरुआती लक्षणों पर ध्यान देना चाहिए।

1. हल्की थकान और नींद अधिक आना

गर्भावस्था के शुरुआती दिनों में शरीर अंदरूनी बदलावों से गुजरता है। हार्मोन प्रोजेस्ट्रोन के बढ़ने की वजह से महिलाओं को सामान्य से ज्यादा थकान महसूस हो सकती है। दिन भर नींद आना या काम करते‑करते जल्दी थक जाना शुरुआती संकेतों में से एक हो सकता है।

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2. स्तनों में बदलाव और संवेदनशीलता

एग रिलीज़ के कुछ दिनों बाद यदि निषेचन हुआ है, तो हार्मोनल बदलाव सबसे पहले स्तनों को प्रभावित करते हैं। स्तनों में हल्का दर्द, भारीपन या संवेदनशीलता बढ़ जाना बहुत आम लक्षण है। कभी‑कभी एरिओला (निप्पल के आसपास का हिस्सा) का रंग भी गहरा हो सकता है।

3. हल्की ऐंठन और रक्तस्राव (Implantation Bleeding)

कुछ महिलाओं को गर्भस्थापना (Embryo Implantation) के समय हल्का रक्तस्राव या स्पॉटिंग दिखाई देती है, जो सामान्य पीरियड्स से बिल्कुल अलग होती है। यह आमतौर पर ओव्यूलेशन के 6–12 दिन बाद हो सकता है। इसके साथ ही पेट के निचले हिस्से में हल्की ऐंठन भी महसूस हो सकती है।

4. मूड में बदलाव और चिड़चिड़ापन

हार्मोन्स में उतार‑चढ़ाव की वजह से महिलाओं को अचानक मूड स्विंग्स का अनुभव होता है। कभी छोटी‑सी बात पर चिड़चिड़ापन, तो कभी बिना वजह भावुक हो जाना भी शुरुआती संकेत हो सकता है।

5. भूख और खानपान में बदलाव

कुछ महिलाएँ ओव्यूलेशन के बाद अचानक खाने‑पीने में बदलाव महसूस करती हैं। किसी विशेष चीज़ को खाने की तीव्र इच्छा होना या पहले पसंद आने वाली चीज़ों को बिल्कुल न खाना “फूड क्रेविंग या फूड एवर्शन” का हिस्सा है, जो गर्भावस्था के शुरुआती लक्षणों में गिना जाता है।

6. बार‑बार पेशाब आना

जैसा कि गर्भावस्था में आगे के महीनों में होता है, वैसे ही शुरुआती दिनों में भी शरीर में हार्मोनल बदलावों की वजह से किडनी की ब्लड फिल्ट्रेशन तेजी से होती है। इसके कारण बार‑बार पेशाब आना शुरू हो सकता है।

7. शरीर का तापमान हल्का बढ़ना

बहुत सी महिलाएँ अपने शरीर के तापमान (Basal Body Temperature) को ट्रैक करती हैं। यदि ओव्यूलेशन के बाद लगातार कई दिनों तक हल्का तापमान बढ़ा हुआ दिखाई दे, तो यह गर्भावस्था का शुरुआती संकेत हो सकता है।

क्या केवल लक्षण देखकर गर्भावस्था पक्की मानी जाए?

नहीं। ये सभी संकेत संभावित संकेत तो हैं, लेकिन हर महिला के लिए अनुभव अलग होता है। किसी‑किसी को ये लक्षण बहुत स्पष्ट रूप में दिखते हैं, तो किसी को बिल्कुल नहीं। सही और निश्चित जानकारी केवल प्रेग्नेंसी टेस्ट से ही मिल सकती है।

Maaeri IVF Centre का सुझाव

यदि आप गर्भावस्था की कोशिश कर रही हैं और ऐसे शुरुआती लक्षण महसूस कर रही हैं, तो धैर्य रखें और पीरियड्स मिस होने के बाद ही गर्भावस्था परीक्षण (Pregnancy Test) करें। यदि बार‑बार प्रयास के बावजूद गर्भधारण नहीं हो रहा है, तो यह चिंता की बात नहीं है। Maaeri IVF Centre, Noida में हम आपके लिए व्यक्तिगत जाँच और आधुनिक तकनीक के जरिए मातृत्व की राह को सरल बनाते हैं।

निष्कर्ष

अंडोत्सर्जन (एग रिलीज़) के बाद शरीर में कई बदलाव दिखाई दे सकते हैं, जो गर्भावस्था के शुरुआती संकेत हो सकते हैं। हालाँकि, इन लक्षणों को लेकर जल्दबाज़ी में निष्कर्ष निकालना सही नहीं है। विशेषज्ञ की सलाह और सही समय पर किया गया टेस्ट ही आपके संदेह को स्पष्ट करेगा।

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