क्या हस्तमैथुन से शुक्राणुओं की संख्या घटती है?

क्या हस्तमैथुन से शुक्राणुओं की संख्या घटती है?

पुरुष प्रजनन स्वास्थ्य को लेकर अक्सर कई तरह की भ्रांतियाँ और सवाल सामने आते हैं। उनमें से एक आम सवाल है – "क्या बार-बार हस्तमैथुन करने से शुक्राणुओं की संख्या कम हो जाती है?" बहुत से पुरुष इस चिंता में रहते हैं कि लगातार हस्तमैथुन करने से उनकी फर्टिलिटी (उर्वरता) या भविष्य में बच्चे पैदा करने की क्षमता पर प्रभाव पड़ सकता है। आइए इस विषय को वैज्ञानिक दृष्टिकोण से विस्तार से समझते हैं।

हस्तमैथुन और शुक्राणु उत्पादन: क्या कहता है विज्ञान?

शरीर में शुक्राणु (Sperm) बनने की प्रक्रिया जिसे Spermatogenesis कहा जाता है, लगभग 64 से 74 दिनों में पूरी होती है। यानी हर दिन शरीर नया और स्वस्थ शुक्राणु बनाता ही रहता है।

  • अगर कोई पुरुष नियमित रूप से हस्तमैथुन करता है तो केवल अस्थायी रूप से वीर्य की मात्रा (semen volume) कम हो सकती है।
  • लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि शुक्राणुओं का स्थायी तौर पर उत्पादन घट जाएगा।
  • थोड़े समय बाद शरीर फिर से सामान्य मात्रा में शुक्राणु बना लेता है।

इसलिए, बार-बार हस्तमैथुन करने से शुक्राणुओं की संख्या पर दीर्घकालिक नकारात्मक असर नहीं पड़ता।

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किन हालातों में असर हो सकता है?

हालाँकि, यह ध्यान रखना ज़रूरी है कि:

  • अगर कोई पुरुष बहुत कम समय में बार-बार स्खलन करता है, तो हर बार वीर्य की मात्रा और शुक्राणुओं की “concentration” कुछ समय के लिए कम हो सकती है।
  • एक ही दिन में बहुत अधिक बार हस्तमैथुन करने से टेस्टोस्टेरोन लेवल अस्थायी रूप से प्रभावित हो सकता है, जिससे थकान, अशक्ति या मानसिक तनाव महसूस हो सकता है।
  • यह कमी स्थायी नहीं होती, शरीर कुछ घंटों या दिनों में अपनी क्षमता वापस पा लेता है।

मिथकों से दूर रहना क्यों ज़रूरी है?

अक्सर समाज में यह भ्रांति फैली रहती है कि हस्तमैथुन करने से:

  • नपुंसकता हो जाती है
  • शरीर कमजोर हो जाता है
  • हमेशा के लिए बच्चे पैदा करने की क्षमता खत्म हो जाती है

जबकि वैज्ञानिक शोध बताते हैं कि यह सच नहीं है। परेशानी तब होती है जब पुरुष अपनी यौन आदत को लेकर मानसिक तनाव, अपराधबोध या चिंता पाल लेते हैं। यही तनाव फर्टिलिटी पर अप्रत्यक्ष प्रभाव डाल सकता है।

वास्तविक कारण जिनसे शुक्राणु संख्या घटती है

यदि किसी पुरुष के वीर्य में लगातार कम शुक्राणु पाए जा रहे हैं, तो इसकी वजह हस्तमैथुन नहीं बल्कि अन्य चिकित्सीय कारण हो सकते हैं, जैसे:

  • हार्मोनल असंतुलन
  • वेरीकोसील (अंडकोष की नसों की समस्या)
  • अधिक शराब या धूम्रपान की आदत
  • मोटापा या असंतुलित जीवनशैली
  • लंबे समय तक तनाव
  • संक्रमण या पुरुष प्रजनन अंगों की बीमारियाँ

कब डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए?

यदि आपको लगता है कि:

  • आपकी फर्टिलिटी प्रभावित हो रही है,
  • लंबे समय से प्रयास करने के बाद भी गर्भधारण नहीं हो पाया है,
  • या वीर्य की मात्रा/गुणवत्ता को लेकर चिंता है,

तो देर ना करें और किसी अनुभवी फर्टिलिटी विशेषज्ञ से सलाह लें।

Maaeri IVF Centre, Noida – आपके समाधान का भरोसेमंद स्थान

Maaeri IVF Centre, Noida में हम पुरुष और स्त्री, दोनों की फर्टिलिटी संबंधी जाँच और उपचार करते हैं। हमारी टीम नवीनतम तकनीक और अनुभवी विशेषज्ञों की मदद से आपको सही निदान और व्यक्तिगत उपचार देती है।

यहाँ आपको मिलती हैं सेवाएँ:

  • Semen Analysis (शुक्राणु की जाँच)
  • IVF और ICSI उपचार
  • पुरुष बांझपन (Male Infertility) का प्रबंधन
  • काउंसलिंग और जीवनशैली मार्गदर्शन

निष्कर्ष

बार-बार हस्तमैथुन करना एक सामान्य और सुरक्षित प्रक्रिया है। इसका शुक्राणुओं की संख्या या पुरुष प्रजनन क्षमता पर कोई स्थायी नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ता। अगर शुक्राणु की संख्या में लगातार कमी देखी जाती है, तो इसके पीछे असली चिकित्सीय कारण तलाशना ज़रूरी है।

Maaeri IVF Centre, Noida में हम आपके सभी सवालों और चिंताओं का समाधान वैज्ञानिक तरीके से करने के लिए हमेशा उपलब्ध हैं।

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